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- 27 Dec 2023
- Forum: For BKs - to discuss BK experiences
- Topic: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli प्योरिटी है तो सृष्टि में पीस, प्रासपर्टी भी है! यह (कलियुग) तो वेश्यालय है। सतयुग है शिवालय - शिवबाबा ने स्थापन किया है। साधू संन्यासी हैं हठयोगी - गृहस्थ धर्म वालों को सहज राजयोग तो सिखा नहीं सकते - भल हजार बार गीता महाभारत पढ़ें। यह तो सबका बाबा है। सभी धर्म वालों को कहते हैं कि अपना...
- 25 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli माया ग़फलत बहुत कराती है। कुम्भकरण की नींद में माया ने सुला दिया है। अब जगाने वाला आया है - अज्ञान निद्रा से जागो। सारी सृष्टि, उसमें भी खास भारत में अज्ञान ही अज्ञान है। तो बाप कहते हैं - अब गफलत करेंगे तो बहुत-बहुत पछताना पड़ेगा। फिर पछताने से तो काम नहीं होगा। यहाँ मनुष्य से देवता बन...
- 25 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli अभी यह संगमयुग है। दुनिया तो कहती है, ‘कलियुग अभी छोटा बच्चा है’। इसको कहा जाता है ‘अज्ञान’, घोर अन्धियारा। जैसे ड्रामा के एक्टर्स को मालूम होता है कि अभी नाटक पूरा होने में 10 मिनट हैं, यह भी चैतन्य ड्रामा है। यह कब पूरा होता है, मनुष्य नहीं जानते। मनुष्य तो घोर अन्धियारे में हैं। बाप ...
- 24 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Avyakt Vani क्रोध के बहुत रूप हैं। एक तो महान रूप आप अच्छी तरह से जानते हो, दिखाई देता है - यह क्रोध कर रहा है। दूसरा - क्रोध का सूक्ष्म स्वरूप अन्दर में ईर्ष्या, द्वेष, घृणा होती है। इस स्वरूप में जोर से बोलना या बाहर से कोई रूप नहीं दिखाई देता है - लेकिन जैसे बाहर क्रोध होता है तो क्रोध अग्नि रूप...
- 23 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli बापू गांधी भी चाहते थे कि राम-राज्य हो। नये भारत में नया राज्य हो; वर्ल्ड ऑलमाइटी अथॉरिटी गवर्मेन्ट हो - जो कि बेहद का (शिव) बाप ही बना सकते हैं। बाप कहते हैं - मैं वर्ल्ड ऑलमाइटी अथॉरिटी हूँ, ऊंच ते ऊंच निराकार हूँ। ब्रह्मा, विष्णु, शंकर तो हमारी रचना है। भारत शिवालय, सम्पूर्ण निर्विका...
- 22 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli मैं आऊं तो जरूर शरीर का लोन लेना पड़े। मकान (शरीर) तो चाहिए ना। (शिव)बाबा कितना अच्छा, रमणीक रीति से समझाते हैं। तुम अब मेरे द्वारा सब कुछ जान गये हो। यह सृष्टि चक्र कैसे चलता है, यह कोई को भी पता नहीं। 84 जन्म कौन लेते हैं? सब तो नहीं लेंगे। जरूर पहले आने वाले देवी-देवता ही 84 जन्म लें...
- 21 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli पुराने शरीर को चत्तियां भी लगनी ही हैं। अन्त तक मरम्मत होती रहेगी। यह (शरीर) भी आत्मा का पुराना मकान है। आत्मा कहती है – ‘मैं भी बहुत पुरानी हूँ, कोई ताकत नहीं रही’। ताकत न होने कारण कमजोर आदमी दु:ख भोगते हैं। माया कमजोर को बहुत दु:ख देगी। हम भारतवासियों को बरोबर माया ने बहुत कमजोर किया...
- 20 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli भक्ति है रात और ज्ञान है दिन। भक्ति में है दु:ख, जब भक्त दु:खी होते हैं तो भगवान् को पुकारते हैं। फिर भगवान् को आना पड़ता है दु:खियों का दु:ख दूर करने। फिर बाप से पूछा जाता है - ड्रामा में क्या कोई भूल है? बाप कहते हैं - हाँ, बड़ी भूल है, जो तुम मुझे भूल जाते हो। कौन भुलाते हैं? माया रा...
- 19 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli अब तुम्हें गृहस्थ व्यवहार में रहकर पवित्र बनना है। इस मृत्युलोक (नर्क - रावणराज्य) से हिसाब-किताब चुक्तू होता है। अब अमरलोक (स्वर्ग - रामराज्य) जाना है। घर (परमधाम) को घड़ी-घड़ी याद करने से पुरानी दुनिया भूलती जायेगी। बोलो – ‘(भक्ति मार्ग की) गीता में बाबा ने क्या कहा है?’ भगवान् को ‘बा...
- 18 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli बाप बैठ बच्चों को समझाते हैं - पाप की दुनिया को कलियुगी, पतित, भ्रष्टाचारी दुनिया कहा जाता है; और फिर पुण्य की दुनिया को सतयुगी, पावन, श्रेष्ठाचारी दुनिया कहा जाता है। परम आत्मा ही आकर पुण्यात्मा, पवित्रात्मा अथवा पुण्य की दुनिया बनाते हैं। मनुष्य पुकारते हैं पतित-पावन बाप को क्योंकि खु...
- 17 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Avyakt Vani आपकी हिम्मत और बाप की मदद। हिम्मत कम नहीं करना - फिर देखो बाप की मदद मिलती है या नहीं। सभी को अनुभव भी है कि हिम्मत रखने से बाप की मदद समय पर मिलती है; और मिलनी ही है - गैरन्टी है। हिम्मत आपकी मदद बाप की! “ Keep your courage and you will receive Baba’s help. Do not let your courage dimi...
- 16 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli बाप कहते हैं - बच्चे, मैं तो निष्काम सेवा करता हूँ। अपकारियों पर भी उपकार करता हूँ। भारत को ही ‘सोने की चिड़िया’ बनाता हूँ। नम्बरवन उपकार करने वाला हूँ। परन्तु मनुष्य मुझे ‘सर्वव्यापी’ कह बहुत गाली देते हैं। मैं तो तुम बच्चों को नॉलेज देता हूँ। तो इस ज्ञान यज्ञ में आसुरी सम्प्रदाय के वि...
- 15 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli तो बाप समझाते हैं - आत्मायें मूलवतन में स्टॉर मुआफिक हैं। फिर वहाँ से नम्बरवार आती रहती हैं। दिखाते हैं ना स्टार कैसे गिरते हैं। वहाँ से भी आत्मायें आकर सीधा गर्भ में जाती हैं। यह अच्छी रीति नोट करो - हर एक आत्मा को सतो, रजो, तमो से पास करना है। जैसे पहले लक्ष्मी-नारायण आयेंगे तो उनको स...
- 13 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli माया रावण ने तुमको दु:ख (रावणराज्य या द्वापर-कलियुग में) दिया है। मुझे तो कहते हैं – ‘सृष्टि का रचयिता’। सब कहते हैं – ‘भगवान् ने दु:ख देने लिए सृष्टि रची है क्या?’ स्वर्ग में ऐसे थोड़ेही कहेंगे।। यहाँ दु:ख है तब मनुष्य कहते हैं कि – ‘भगवान् को क्या पड़ी थी जो दु:ख के सृष्टि की रचना की,...
- 13 Dec 2023
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Re: Extracts from the Sakar Murlis published by BKs
Sakar Murli हम चाहते हैं कि बाप की याद में रहकर हम सम्पूर्ण बनें, आत्मा प्योर (Pure) बनें। और तो कोई भी रास्ता है नहीं सिवाए योग के। और जो भी योग सीखते हैं वह कोई प्योरिटी के लिए नहीं है। वह तो सब स्थूल योग हैं, अल्पकाल के लिए, और यह रूहानी योग है एवर प्योर होने के लिए। पवित्रता के सागर के साथ हम य...